राज का डर -25-Nov-2023
प्रतियोगिता हेतु
दिनांक: 25/11/2023
राज का डर
जो बैठे हो छिपाकर राज अपना,
कभी तो मुंह खोलो जनाब।
क्यों डरते हो दुनिया से?
किसका तुम्हें है इंतज़ार?
राज खुलने का डर होता वहाँ,
जहाँ....
तुमने काम कुछ ऐसा किया हो,
सताया हो किसी को और
रूलाकर दिल दुखाया हो।
राज खुलने का डर
इंसान को मार डालता है।
वह तड़पता रहता है
समझ में उसे कुछ आता नहीं है।
चिंता इंसान को
खोखला कर देती है,
अंदर ही अंदर उसकी
चिता तैयार कर देती है।
राज खुलने का डर
ग़लत काम का होता है
इसलिए गलत काम करने से बचो।
सबको साथ लेकर चलो और
विश्वास के पात्र सदैव बनो।।
शाहाना परवीन "शान"...✍️
Gunjan Kamal
03-Dec-2023 06:26 PM
👏👌
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KALPANA SINHA
25-Nov-2023 08:21 AM
Awesome
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